ध्यान और ज्ञान

अस्तित्व में

पशु-पक्षियों द्वारा

जीवन सुरक्षा के लिए

उपयोग में आता है

उनका समग्र ध्यान

और थोडा थोडा

कामचलाऊ ज्ञान

पर आदमी जी रहा है

अपने संचित ज्ञान से

ध्यान का थोडा थोडा

कामचलाऊ उपयोग

करते हुए

थोड़ी अतिशयोक्ति की छूट हो तो

कहना पड़ेगा -

पशु-पक्षियों के ध्यान में ही

उनका ज्ञान है

और आदमी के

ज्ञान में उसका ध्यान

.............................. अरुण


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