पुण्य-पाप और सपाप पुण्य

आज अचानक ओशो के एक कथन की याद आई
-          तुम पुण्य किये बिना
पाप नही कर सकते और
न ही पाप किये बिना पुण्य
इस कथन की सच्चाई को समझने के लिए
मुझे मेरे किये पापों और पुण्यों पर
गहराई से सोचना होगा
-अरुण

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